पता नहीं, कब,कौन कहाँ,किस ओर मिले, किस साँझ मिले,किस सुबह मिले !! यह राह जिन्दगी की जिसमे जिस जगह मिले!!
सोमवार, 19 अप्रैल 2010
कितना बदल गए भगवान
समय के साथ जितना परिवर्तन इंसान में आया है उसी के अनुसार भगवान भी बदल गए है पहले भगवान से लोग नौकरी , रोग- बीमारी की दुआ माँगा करते थे अब वीसा मांगते है और यहाँ वीसा मिलने के बाद लोग वीसा चढाते भी है .
पत्रकारिता कि डिग्री लेने के मैंने अपने पत्रकारिता कि शुरुआत दिल्ली के एक निजी न्यूज़ एजेंसी से की । वहां से निकल कर एक हिंदी मैगज़ीन में नौकरी की ।फिलहाल सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज में सूचना अधिकारी के पद पर कार्यरत . कभी कभार समय मिलने पर दैनिक जागरण , हिंदुस्तान , अमर उजाला सरीखे समाचार पत्रों में घसीटा मारता रहता हूँ।
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